नोटिस की अवधि के बाद सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने पर हुई कार्रवाही
दमोह : तहसीलदार मोहित जैन ने कहा कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर के निर्देश पर दमोह में जो कोचिंग संस्थान चल रहीं थी और जो लाइब्रेरी में छात्र-छात्राओं को लोग कमर्शियल रूप से पढ़ा रहे थे, और छोटे-छोटे स्थान थे। कलेक्टर श्री कोचर ने निर्देश दिए थे और पिछली बार इसमें पूरी टीम गई थी, जांच पड़ताल की थी और जिन संस्थानों में ऐसी कमियां पाई गई थी, उनको नगर पालिका के द्वारा नोटिस जारी किए गए थे, नोटिस की मियाद अवधि पूर्ण होने के बाद भी जो संस्थान की संचालक थे उनके द्वारा सुरक्षा के वे तमाम उपाय नहीं किये गये, फायर इत्यादि से आकस्मिक परिस्थितियों में ये सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए, आकस्मिक परिस्थितियों में निकलने के लिये डबल दरवाजे नहीं लगाए गये, प्रॉपर वेंटिलेशन नहीं किये गये। नगर पालिका ने इन सारी चीजों को लेकर के नोटिस देने के पश्चात भी उन्होंने पूर्ति नहीं की, तो कल नगर पालिका ने पुन: नोटिस दिए थे और नोटिस देने के बाद कोचिंग संस्थानों को खाली करने का निर्देश जारी किया था। उसके पश्चात भी लास्ट नोटिस देने के पश्चात भी उन्होंने जब संस्थान खाली नहीं किया तो आज जो बड़े कोचिंग संस्थान या जहां पर लाइब्रेरी थी, ऐसे छ: संस्थानों को आज ताला लगाकर सील करने की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कलेक्टर श्री कोचर ने एक निर्देश भी आज ही जारी कर दिए हैं कि जो बच्चे वहाँ पर अध्ययन करते थे, तो तात्कालिक व्यवस्था के रूप में पुराना जिला पंचायत का जो भवन है, वहां पर उनकी पढ़ने की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार एक सेडमेप का भवन भी रिक्त करा दिया गया है और समस्त छात्र-छात्राओं से आह्वान किया गया है कि जिन्हें भी पढ़ने में जगह की प्रॉब्लम हो तो वे आकर के पुराना जिला पंचायत भवन और सेडमेप की बिल्डिंग का उपयोग कर सकते हैं।
सीएमओ नगर पालिका रितू पुरोहित ने बताया निरीक्षण करने के बाद 01 अगस्त को उनको पहला नोटिस दिया गया था। उसमें पर्याप्त सुविधाएं नहीं थी और एन.ओ.सी. वगैरह भी इन्होंने नहीं ली। इसके संबंध में नोटिस उनको दिया गया था, क्योंकि उनके द्वारा खाली नहीं किया गया, ना ही एन.ओ.सी. प्राप्त की गई है। अभी कल फिर 24 घंटे का इनको नोटिस दिया गया और अभी भी संस्थान खाली नहीं किए कराए गए हैं। बच्चों को अभी भी उसमें बैठाया जा रहा था, इसलिए तालाबंदी की कार्रवाई की है।