छिंदवाड़ा। चुनावी दौरे के दौरान एक तरफ जहां मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने मोहगांव हवेली में भगवान अर्धनारीश्वर की पूजा-अर्चना की, वहीं छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ भी उसी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान की पूजा कर जीत के लिए आशीर्वाद मांगा। जनता से अपील के बाद दोनों दल के नेता भगवान के दर पर माथा टेकने पहुंचे।
नगरीय निकाय चुनाव में जनता से जीत की अपील करने गुरुवार को सीएम शिवराज छिंदवाड़ा दौरे पर थे, जहां उन्होंने मोहगांव हवेली में भगवान अर्धनारीश्वर की पूजा अर्चना की। वहीं सीएम ने दमुआ गांव में जनता से एक पार्षद बीजेपी पार्टी का देने की अपील की। सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र ने उन्हें ना सांसद और ना विधायक दिया तो कम से कम एक पार्षद ही दे दो।
वहीं सीएम के अलावा इसी मंदिर में सांसद नकुलनाथ भी भगवान अर्धनारीश्वर की पूजा-अर्चना करते नजर आए। चुनावी दौर को लेकर सौसर पहुंचे सांसद ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम शिवराज आज आ रहे हैं, मैं सौंसर की जनता से आग्रह करता हूं कि उनसे ज़रूर पूछिए की उन्होंने 15 वर्ष की सरकार में सौंसर को क्या दिया? जामसांवरी मंदिर को जो 20 करोड़ देने का वादा किया था उसका क्या हुआ? सांसद ने कहा कि मंदिर दिया तो नहीं बल्कि ले और लिया।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दैत्य गुरु शुक्राचार्य भगवान भोलेनाथ के अनन्य भक्त थे। उन्होंने सर्पिणी तट पर तपस्या की थी। वह स्थान मंदिर परिसर में है। शुक्राचार्य की तपस्या से भोलेनाथ प्रसन्न हुए थे, तब शुक्राचार्य ने भगवान से कहा मैं केवल माताजी को आपके साथ देखना चाहता हूं, तब भगवान अर्द्धनारिश्वर रूप में उन्हें दिखे। उसी दिन से यहां पर अर्धनारीश्वर भगवान ज्योतिर्लिंग के रूप में स्थापित हो गए।