
नकाबपोश ने किया लश्कर का आतंकी ढेर, भारत के दुश्मनों को उतार रहे मौत के घाट
इस्लामाबाद। टीटीपी और बीएलए पाकिस्तान के नाक में दम किए हुए हैं। इनसे राहत मिलती भी है कि अंधेरी रात में एक अज्ञात काल आता है और शहबाज सरकार की नींद उड़ा जाता है। पाकिस्तान सबसे ज्यादा चिंता में उसी अज्ञात काल से है। उसे न तो किसी ने देखा है और न ही उसके बारे में कोई जानता है। वह अज्ञात काल समय-समय पर बाइक पर नकाब पहन निकलता है और पाकिस्तान में छिपे भारत के दुश्मनों का काम तमान कर देता है। इस बार भी अज्ञात काल ने पाकिस्तान सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। अज्ञात बंदूकधारी ने शनिवार को भारत का एक और दुश्मन को मौत की नींद सुला दिया। उस आतंकी का नाम फैजल नदीम ऊर्फ अबु कताल सिंधी था। यह लश्कर ए तैयबा का आतंकी था। दावा किया जा रहा है कि अबु कताल आतंकी हाफिज सईद का भतीजा है। अबू कताल वही आतंकी है, जिसने 9 जून को रियासी के शिव खोड़ी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर हमला कराया था। वह भारत मोस्ट वॉन्टेंड था। हर बार के पैटर्न की तरह इस बार भी नकाबपोश अज्ञात बंदूकधारियों ने झेलम जिले में शनिवार रात उसकी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। दावा तो हाफिज सईद के मारे जाने का भी किया जा रहा है।
पाकिस्तान अभी अगर सबसे ज्यादा किसी से खौफजदा है तो वह अज्ञात बंदूकधारी से है। पाकिस्तान में ये बंदूकधारी सभी दहशतगर्दों का बारी-बारी से सफाया कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों में भारत के दुश्मनों की पाकिस्तान में रहस्यमयी तरीके से हत्या हो हो रही हैं। इन हत्याओं में वे आतंकी भी शामिल हैं, जिन्हें भारत मोस्ट वांटेड सूची में रखा है। इन सभी हत्याओं में एक ही पैटर्न है। रात के अंधेरे में बाइक पर अज्ञात बंदूकधारी आते हैं। टारगेट को गोली मारते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों की हत्या का यही टारगेटेड पैटर्न रहा है।
पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों के टारगेटेड किलिंग का सिलसिला बीते कुछ दो-तीन सालों में शुरू हुआ है। 2021 में आतंकी हाफिज सईद पर भी हमला हुआ था। हालांकि, इस हमले में हाफिज सईद बच गया था। कुछ लोग कहते हैं कि यहीं से अज्ञात बंदूकधारी का हड़कंप शुरू हुआ। इसके बाद तो भारत के दुश्मन को अज्ञात बंदूकधारी चुन-चुनकर मार रहे हैं। इन हत्याओं में आईएसआई एजेंट से लेकर अलग-अलग संगठनों के आतंकी भी शामिल हैं। अज्ञात बंदूकधारियों की हत्या से पाकिस्तान की सेना से लेकर सरकार में हड़कंप है। पाकिस्तान सरकार जांच तो कर रही है, मगर इस अज्ञात काल के बारे में कोई सबूत और जानकारी नहीं है। हालांकि, पाकिस्तान हमेशा इन मौतों पर चुप्पी साधता रहा है. कुछ नाम तो सार्वजनिक हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों से जुड़े बड़े नाम शामिल हैं। इनमें प्रमुख हैं:
लश्कर आतंकी फैजल नदीम ऊर्प अबु कताल सिंधी
लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक शाखा का चीफ मौलाना काशिफ अली
आतंकी मसूद अजहर का करीबी रहीम उल्लाह तारिक
आईएसआई का अंडरकवर एजेंट मुफ्ती शाह मीर
लश्कर आतंकी अकरम गाजी
जियाउर रहमान
ख्वाजा शाहिद
हिजबुल आतकी बशीर अहमद पीर
जैश आतंकी जहूर इब्राहिम
आईएसपीआर अधिकारी मेजर दानियाल आदि।
इन हत्याओं के बाद पाकिस्तान की सरकार और सेना में चिंता बढ़ गई है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इन घटनाओं की जांच में जुटी है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।