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आदिवासी बाहुल्य त्रिवेणी टोला छात्रों और आंगनबाड़ी के बच्चों की समस्या सुन त्वरित निराकरण के निर्देश

दमोह : कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर आज जिले के दूरस्थ अंचल पर बसे ग्राम त्रिवेणी टोला पहुंचे। यह वनांचल त्रिवेणी टोला दमोह तहसील के ग्राम देवडोंगरा से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित हैं। इस ग्राम में स्कूल नहीं है, 21 बच्चे त्रिवेणी टोला के देवडोंगरा पढ़ने के लिए जाते हैं। कलेक्टर श्री कोचर ग्राम देवडोंगरा से करीब डेढ़ किलोमीटर पैदल चलते हुए त्रिवेणी टोला पहुंचे। उन्होंने स्कूली बच्चों से चर्चा की, यहां बसे ग्रामीणों से बुनियादी सुविधाओं के संबंध में चर्चा की।

            कलेक्टर श्री कोचर ने त्रिवेणी टोला से ही जिला परियोजना समन्वयक श्री द्विवेदी को दूरभाष पर ही निर्देशित किया, इस टोला में ही कक्षा एक से कक्षा 5 तक के बच्चों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। टोला से देवडोंगरा तक जाने के लिए फिलहाल बच्चे पगडंडी से जाते हैं, बीच में नाला है। इसी प्रकार गांव में आंगनबाड़ी का भवन नहीं है, यहां के बच्चे देवडोगरा में दर्ज है, कुल 6 बच्चे हैं शून्य से 6 साल के, हालांकि इन बच्चों का टीकाकरण सब अच्छा चल रहा है, किंतु आंगनबाड़ी भवन यहां पर नहीं है। अब कार्यकर्त्ता आकर सुविधाएं देंगी। यहां के लोगों से बुनियादी सुविधाओं के संबंध में चर्चा करने उपरांत कलेक्टर ने कहा है की समुचित व्यवस्थाएं करने का प्रयास किया जाएगा। कलेक्टर श्री कोचर ने कहा एक अच्छी बात यहां पर देखने को यह मिली कि गांव में वाटर एड संस्था ने पेयजल और शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की है। उन्होंने ग्राम देवडोंगरा में वैकल्पिक व्यवस्था के बतौर आंगनवाड़ी टोला में प्रारंभ करने के लिए भी निर्देश दिये है।

            टोला वासी बेहद खुश थे कि उनके इस दूरस्थ वनांचल टोला में पहली बार उनके बीच कलेक्टर पहुंचे हैं

            कलेक्टर श्री कोचर ने अपने भ्रमण के दौरान चेक डेम निर्माण के सर्वे के संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया । इसके साथ ही उन्होंने त्रिवेणी टोला में सुगम आवागमन हेतु सीसी सड़क निर्माण की बात कही, ताकि टोलावासियों को सुगम यातायात की सुविधा मिल सके। इसी प्रकार आंगनबाड़ी केंद्र के स्थापना के लिए भी जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया। साथ ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए । हिनौती रामगढ़ में जल निगम के कनेक्शन से यहां पेयजल की आपूर्ति करनी थी किंतु वह बंद पड़ी हैं। कलेक्टर श्री कोचर ने जल निगम के अधिकारियों को तुरंत आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के साथ ही ग्राम में एक नवीन बोरवेल करने के निर्देश पीएचई के अधिकारियों को दिए। साथ ही पीएचई विभाग के एसडीओ श्री मुकाती को आज ही ग्राम जाकर वांछित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।

            त्रिवेणी टोला में वॉटर एड संस्था द्वारा पेयजल और शौचालय की व्यवस्था की गई हैं। संस्था द्वारा लोगों के साथ सहयोग कर पेयजल स्रोत को स्वच्छ और साफ कराया गया और वहां से पाइपलाइन के माध्यम से घरों में पेयजल की आपूर्ति प्रारंभ कराई गई हैं। यह एक वैकल्पिक व्यवस्था थी। अब कलेक्टर के निर्देश के बाद यहां पर पेयजल की सुदृढ़ व्यवस्था हो सकेगी।कलेक्टर का भ्रमण त्रिवेणी टोला के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा। टोला के लोगो की खुशी देखते ही बनती थी। वाटर एड संस्था ने जो काम पेयजल का किया हैं कलेक्टर श्री कोचर ने सराहना की।

त्रिवेणी के बारे में…..

            दमोह जिले के देवडोंगरा का एक छोटा सा टोला त्रिवेणी, जहाँ अनुसूचित जनजाति समुदाय के 13 परिवार रहते हैं। यह गाँव अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण बाहरी दुनिया से कटा हुआ हैं। यहाँ न तो सही सड़क संपर्क हैं और न ही स्वच्छ पेजयल उपलब्ध हैं। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति को देखते हुए, वाटर एड टीम ने समुदाय के साथ मिलकर एक स्थायी समाधान तैयार किया। योजना के तहत गाँव के खराब पड़े ट्यूबवेल को पुन: चालू करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही 5000 लीटर की पीवीसी टंकी को 10 फीट की ऊँचाई पर स्थापित किया गया। जिसे गाँव के हर घर तक नल जल योजना (PWSS) से जोड़ा गया। फिलहाल यह कार्य प्रगति पर हैं और जल्द ही पूरा हो जायेगा। जलापूर्ति व्यवस्था के साथ-साथ, टोला में स्वच्छता सुधार की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। वाटरएड के सहयोग से समुदाय ने मिलकर 10 घरेलू शौचालयों का निर्माण शुरू किया हैं जिसमें कुछ पूर्ण हो चुके हैं और कुछ का कार्य अभी जारी हैं। सबसे अच्छी बात टोला के प्रत्येक परिवार ने निर्माण लागत का 40 प्रतिशत स्वयं वहन किया। जिसमें श्रमदान के साथ-साथ स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्री जैसे फर्शी पत्थर आदि का योगदान भी शामिल हैं।

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