नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाने वाली कांग्रेस अब मामले पर नैरेटिव खड़ा करने में जुट गई है। देश भर में कांग्रेस ने अमित शाह और भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया है। वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी भी गुरुवार को नए रंग में दिखाई दिए। राहुल गांधी नीली टीशर्ट में संसद पहुंचे, वहीं प्रियंका गांधी ने नीली साड़ी पहन दिखाई दी थी। बहुजन आंदोलन से जुड़े संगठनों के लोग नीले रंग का इस्तेमाल अपने झंडे और अन्य सामग्री में करते रहे हैं। नीले रंग को बहुजन आंदोलन के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है।
इसके बाद राहुल और प्रियंका गांधी ने गुरुवार को नीले रंग के कपड़े पहनकर बड़ा राजनीतिक संकेत देने की कोशिश की है। प्रियंका और राहुल गांधी के नेतृत्व में संसद भवन परिसर के बाहर विपक्षी नेताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान सांसदों ने जय भीम, जय भीम के नारे लगाए। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री शाह माफी मांगों के नारे भी लगाते दिखे। इस प्रदर्शन में सपा सांसद रामगोपाल यादव और उद्धव सेना के संजय राउत ने भी हिस्सा लिया। संजय राउत भी नीली शर्ट में दिखे, वहीं रामगोपाल यादव ने नीली जैकेट पहन रखी थी।
वहीं राउत ने कहा कि यदि शाह से गलती हुई है, तब माफी मांग लें। संभव है कि उनकी जुबान फिसल गई हो, लेकिन इसके लिए माफी मांग लेने में कुछ भी गलत नहीं है। राउत ने कहा, भाजपा के पास कोई काम नहीं बचा है। डॉ. आंबेडकर के खिलाफ कुछ बोल ही दिया, तब माफी मांग लेने से कोई अपराध नहीं होगा। वह वास्तव में ऐसी शख्सियत हैं, जिन्हें लोग भगवान की तरह मानते हैं। उन्होंने देश के पिछड़े समाज को गरिमा प्रदान की थी और वे उन्हें भगवान की तरह या फिर उससे भी ज्यादा मानते हैं। आपने उनके खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया हैं, इसलिए माफी मांग लीजिए।’
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि बाबासाहेब के खिलाफ जो सबसे बड़ा पापी है, वह कांग्रेस पार्टी है। इन लोगों के पूरे खानदान ने भारत रत्न लिया, लेकिन बाबा साहब को नहीं दिया। अपने पाप को छिपाने के लिए कांग्रेस जोर से बोल रही है। आंबेडकर के साथ कांग्रेस ने जो पाप किया है, उसके लिए प्रायश्चित करे और माफी मांगे। सभी लोग मौन रहकर उपवास करें। केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस का वही हाल है कि चोर बोले जोर से। उन्होंने कहा कि यही लोग थे, जिन्होंने बाबासाहेब को चुनाव में हराया और उनका अपमान किया।