बारदानों के कारण केंद्रों में धान खरीदी में हो रही परेशानी
बालाघाट। कहीं फटे बारदाने तो कहीं बोरों से गिरती धान। कुछ इस तरह का नजारा खरीदी केंद्रों में देखने को मिल रहा है। फटे बारदानों से न केवल किसान परेशान हो रहे हैं। बल्कि सोसायटियों को भी धान खरीदी में परेशानी हो रही है। बावजूद इसके प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। मामला जिले के अलग-अलग धान खरीदी केंद्रों का है।
जानकारी के अनुसार जिले में समर्थन मूल्य पर 2 दिसंबर से धान खरीदी का कार्य प्रारंभ किया गया है। किसान अपनी उपज बेचने के लिए स्लॉट बुक करा रहे हैं। धीरे-धीरे किसान अपनी उपज लेकर केंद्रों में भी पहुंच रहे हैं। लेकिन केंद्रों में मिल रहे फटे बारदानों से किसान परेशान होने लगे हैं। लांजी क्षेत्र के कारंजा धान खरीदी केंद्र में इसी तरह का नजारा देखने को मिला। किसानों का कहना है कि बारदाना पुराना व फटा मिल रहा है। जिसके कारण उन्हें धान पलटने में काफी परेशानी हो रही है। धान की पलटी करने के दौरान वह जमीन पर भी गिर रहा है। इस मामले की शिकायत धान खरीदी प्रभारी से भी की गई। प्रभारी का कहना है कि मिलर्स ने जो बारदाने उन्हें उपलब्ध कराया है, वही बारदाने किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हालंाकि, इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों को भी कर दी गई है।
चिचोली, बोलेगांव, लांजी के मिलर्स दे रहे फटे बारदाने
कारंजा खरीदी केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार मां अन्नपूर्णा राइस मिल चिचोली, श्री राम राइस मिल बोलेगांव और मा एग्रो राइस मिल लांजी ने बारदानों की सप्लाई की है। जिसमें अधिकांश बारदाने फटे व पुराने हैं। मिलर्स से प्राप्त बारदानों को ही किसानों को उपलब्ध कराया गया है। हालांकि, बारदानों के फटे होने की जानकारी विभागीय अधिकारियों को भी दे दी गई है।
बारदानों से नीचे गिरती है धान
किसानों के अनुसार जब प्राप्त बारदानों में धान की पलटी की जाती है तो वह नीचे गिर जाता है। जिसके कारण किसानों को काफी नुकसान होता है। इतना ही नहीं किसानों को धान उठाने में भी परेशानी होती है। लेकिन किसानों की समस्याओं को कोई गंभीरता से नहीं लेता है। प्रशासन को इस मामले में गंभीरता से लेते हुए अच्छे बारदाने उपलब्ध कराने का प्रयास करना चाहिए।
विभागीय अधिकारियों की रहती है सांठगांठ
खरीदी केंद्रों में बारदाना सप्लाई के मामले में विभागीय अधिकारियों की मिलर्स के साथ सांठगांठ होती है। जिसके चलते मिलर्स फटे व पुराने बारदानों की सप्लाई कर रहे हैं। फटे बारदाना सप्लाई का मामला किसी एक केंद्र का नहीं है। बल्कि सभी केंद्रों में इसी तरह की समस्या सामने आ रही है।
19 लाख क्विंटल से अधिक की धान की खरीदी
जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 185 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में अभी तक 19 लाख 65 हजार 640 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। जिले में अभी तक 40181 किसानों ने अपनी उपज बेची है। शेष किसान अभी भी उपज बेचने के लिए कतार में है। 22 दिसंबर को रविवार होने के चलते धान खरीदी का कार्य नहीं हुआ है। सोमवार से स्लॉट बुक कराने वाले किसानों से धान की खरीदी की जाएगी।
अचानक हुई बारिश से बहेला केंद्र में रखा धान भीगा
लांजी क्षेत्र में शनिवार की देर शाम अचानक बारिश हुई। जिसके कारण न केवल लोगों को परेशानी हुई। बल्कि बहेला धान खरीदी केंद्र में भंडारित धान भी भीग गया। हालांकि, खरीदी केंद्र में पदस्थ कर्मचारियों ने भंडारित धान को बारिश से बचाने का प्रयास किया। बताया गया है कि बहेला क्षेत्र में 1 घंटे से अधिक समय तक बारिश हुई।
इनका कहना है….
धान खरीदी केंद्र कारंजा में मां अन्नपूर्णा राइस मिल चिचोली, श्री राम राइस मिल बोलेगांव और मॉ एग्रो राइस मिल लांजी के द्वारा बारदानों की सप्लाई की गई है। जिसमें अधिकांश बारदाने फटे व पुरान हैं। विभागीय अधिकारियों को इसकी शिकायत कर दी गई है। फटे बारदाना मिलने से किसान भी नाराज होते हैं।
-धरम दास लिल्हारे, धान खरीदी प्रभारी कारंजा