परेशान हो रहे किसान, धान खरीदी प्रभारी
बालाघाट। जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ है। सोसायटियों में प्रतिदिन हजारों क्विंटल धान खरीदी जा रही है। किंतु खरीदी गई धान का समुचित परिवहन नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण खरीदी प्रभारी और किसान दोनों परेशान हैं। धान परिवहन की व्यवस्था नहीं होने से हजारों क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे भंडारित है। परिवहन के अभाव में धान खरीदी केन्द्र चरेगांव में 5000 क्विंटल धान खुले में भंडारित है।
जिले में 2 दिसंबर से धान खरीदी प्रारंभ हुई है। 20 दिन बीत जाने के बाद भी कुछेक केन्द्रों में ही धान का परिवहन शुरु हो पाया है। शेष केन्द्रों में अभी भी धान खुले आसमान के नीचे भंडारित है।जिसके कारण किसान और खरीदी केन्द्र प्रभारी परेशान है। समय पर धान का परिवहन नहीं होने से किसानों को केंद्रों में जगह नहीं मिल पा रही है। जिसके चलते किसान परेशान हो रहे हैं। किसानों को फसल रखने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। किसानों ने मांग की है कि शीघ्र ही केंद्रों से धान का परिवहन शुरु किया जाए।
कुछेक केंद्रों से ही हो रहा है धान का परिवहन
किसानों की माने तो धान खरीदी को एक पखवाड़े से अधिक समय बीत गया है। वहीं विभागीय तौर पर धान का परिवहन करने के लिए परिवहनकर्ताओं से अनुबंध किया गया है। लेकिन आज तक जिले की कुछ ही सोसायटियों में ट्रकों से परिवहन शुरु किया गया है। लेकिन चरेगांव के खरीदी केंद्र से धान का परिवहन शुरु नहीं हुआ है। आलम यह है कि 5000 क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे भंडारित है।
खरीदी केंद्रों में धान का लगा अंबार
खरीदी केंद्रों में किसानों से धान की खरीदी की जा रही है। लेकिन परिवहन की व्यवस्था नगण्य है। परिवहन नहीं होने से खरीदी केन्द्रों में धान का अंबार लग गया है। जिससे उस स्थान पर दूसरे किसानों की धान को रखने के लिए जगह तक नहीं बची है। जिसके चलते किसान काफी परेशान है। किसानों ने मांग की है कि प्रशासन शीघ्र ही धान परिवहन की व्यवस्था करें। ताकि अन्य किसान अपनी सुविधा से धान का विक्रय कर सकें।
आखिर कब तक होगा धान का परिवहन?
मौसम की लुका-छुपी होने के चलते शनिवार की देर शाम को साडरा और बहेला में बारिश के चलते खरीदी केन्द्र प्रभारी को जहां परेशानी हुुई। वहीं किसानों की फसल में नमी आ गई। इसी के चलते कहीं लामता व चरेगांव में हल्की बारिश हो जाए तो परिवहन नहीं होने से खुले आसमान में पड़े किसानों की धान में नमी आ सकती है। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ सकता है।
इनका कहना है
जिले के पांच ट्रक मालिकों से अनुबंध हो चुका है। आज से ही 250 ट्रक प्रतिदिन धान का परिवहन करेंगे। एक सप्ताह में धान का उठाव हो जाएगा।
डी एस कटारे
जिला प्रबधंक, नागरिक आपूर्ति निगम बालाघाट