दमिश्क। सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटाने वाले विद्रोही गुटों ने मोहम्मद अल-बशीर को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। मोहम्मद अल-बशीर को विद्रोही गुटों का मास्टरमाइंड कहा जाता है, जिन्होंने असद सरकार को गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद अल-बशीर ने घोषणा की कि वे एक मार्च तक पद पर रहेंगे, जिसके बाद देश में लोकतांत्रिक चुनाव कराए जाएंगे। मोहम्मद अल-बशीर की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब सीरिया में सत्ता और प्रशासन को लेकर अस्थिरता बनी हुई है। विद्रोही गुटों ने यह भी स्पष्ट किया है कि अल-बशीर की एक छोटी लेकिन प्रभावी कैबिनेट होगी, जो देश के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेगी। अल-बशीर पहले इदलिब प्रांत के प्रशासन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, जो विद्रोही गतिविधियों का मुख्य केंद्र रहा है। यही वह स्थान है जहां विद्रोहियों ने बशर अल-असद को हटाने की अपनी रणनीति तैयार की थी।
2011 में सीरिया में विद्रोह शुरू होने के बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और क्रांतिकारी आंदोलन में शामिल हो गए। 2022 से 2023 तक, उन्होंने उत्तर-पश्चिमी सीरिया में मंत्री के रूप में कार्य किया और युद्धग्रस्त क्षेत्रों में लोगों की मदद की। उनकी नियुक्ति सीरिया के राजनीतिक भविष्य में स्थिरता और लोकतंत्र की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।अबू धाबी मीडिया के अनुसार, अल-बशीर उत्तर-पश्चिमी सीरिया में हयात तहरीर-अल-शम्स के साथ जुड़े रहे हैं। यह विद्रोही गुट असद सरकार के खिलाफ संघर्ष का नेतृत्व कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेइर पेडरसन ने हाल ही में कहा कि सीरिया में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी गुटों को मिलकर काम करना होगा। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि देश में सुरक्षा और स्थिरता की स्थिति अभी भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है