जज ने सिक्के लेने से किया इनकार, कहा नोटों में करें भुगतान
चेन्नई। कोयंबटूर में एक शख्स ने अपनी पत्नी को अंतरिम गुजारा भत्ता देने के लिए अदालत में 80,000 रुपये सिक्कों में जमा कराए। यह घटना बुधवार को एडिशनल फैमिली कोर्ट में हुई। शख्स को अदालत ने 2 लाख रुपये अंतरिम गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया था। वह 2 और 1 रुपये के सिक्कों के 20 बंडल लेकर अदालत पहुंचा। इस पर जज ने उसे नोटों में भुगतान करने को कहा। गुरुवार को उसने नोटों में पैसे जमा करा दिए। बाकी 1.2 लाख रुपये जल्द जमा करने का निर्देश दिया गया है। दरअसल कोयंबटूर का 37 वर्षीय व्यक्ति एक टैक्सी मालिक और ड्राइवर है। वह वडावल्ली का रहने वाला है। उसकी बहन यूएस में रहती है। पिछले साल उसकी पत्नी ने तलाक की अर्जी दायर की थी। अदालत ने उसे 2 लाख रुपये अंतरिम गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया था। इसमें से 80,000 बुधवार को उसने सिक्कों के रूप में जमा कराने की कोशिश की। वह अपनी कार से अदालत पहुंचा और 2 और 1 रुपये के सिक्कों के 20 बंडल अंदर ले गया। यह देखकर सब हैरान रह गए। जब उसने यह रकम अदालत में जमा कराई, तो जज ने उसे यह रकम नोटों में देने के लिए कहा। सिक्कों के बंडल के साथ अदालत से बाहर निकलते हुए उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अगले दिन उसने अदालत में नोटों में 80,000 रुपये जमा करा दिए। जज ने उसे बाकी के 1.2 लाख रुपये जल्द से जल्द जमा कराने का निर्देश दिया। इस घटना ने लोगों को हैरान कर दिया है। कई लोग इस घटना पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसे आदमी की मजबूरी बता रहे हैं, तो कुछ लोग इसे अदालत की अवमानना मान रहे हैं। फिलहाल मामला अभी विचाराधीन है। उठे सवाल? जज ने उसे नोटों में पैसे जमा कराने को क्यों कहा? इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि इतने सारे सिक्कों की गिनती और रखरखाव में समस्या होती है। इसलिए जज ने उसे नोटों में भुगतान करने को कहा होगा।